नयी दिल्ली/ संयुक्त राज्य अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में कुछ खालिस्तान समर्थकों द्वारा की गई तोड़फोड़ पर भारत ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। भारत ने सोमवार को नयी दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास प्रभारी के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि अमेरिकी सरकार को ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उचित उपाय करने के लिए कहा गया है।
भारत ने अमेरिका से सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में तोड़फोड़ पर कड़ा एतराज जताया है। भारत ने अमेरिकी दूतावास के अधिकारी से भविष्य में ऐसी कार्रवाई न रिपीट होने को कहा है। इससे पहले लंदन स्थित भरतीय उच्चायोग के बाहर तिरंगे झंडे का अपमान हुआ था।
लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में तिरंगे के अपमान के बाद खालिस्तानियों ने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास में तोड़फोड़ की है। खालिस्तानी समर्थकों की ओर से की गई इस तोड़फोड़ का भारत ने कड़ा विरोध जताया है। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी सरकार को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित उपाय करे। मंत्रालय ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, श्वाशिंगटन में हमारे दूतावास ने भी अमेरिकी विदेश विभाग को इसी तरह की चिंताओं से अवगत कराया है।
विदेश मंत्रालय ने कहा, अमेरिकी सरकार को राजनयिकों की रक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के उसके दायित्व की याद दिलाई गई। इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उचित उपाय करने को कहा गया।श् मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि वाशिंगटन में हमारे दूतावास ने अमेरिकी विदेश विभाग को इस घटना से अवगत करा दिया है।
लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के बाहर एक दिन पहले ही कुछ खालिस्तान समर्थकों ने चढ़कर भारतीय तिरंगे का अपमान किया था और उसे नीचे उतार दिया था। जिसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने सख्त रुख अपनाते हुए ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर को तलब कर कड़ी कार्रवाई करने को कहा था। जिसके बाद इस घटना में शामिल एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में तिरंगे झंडे को दोबारा फहरा दिया गया था। खालिस्तानियों की इस हरकत पर आज दिल्ली स्थित ब्रिटिश हाई कमीशन के बाहर सिख समुदाय के लोगों ने भी प्रदर्शन किया। उन्होंने भारत की माता की जय के नारे के साथ तिरंगा झंडा लहराया।