लेन-देन के मामले में जीतन सहनी की हत्या, मुख्य आरोपी काजिम अंसारी गिरफ्तार

लेन-देन के मामले में जीतन सहनी की हत्या, मुख्य आरोपी काजिम अंसारी गिरफ्तार

दरभंगा/ जीतन सहनी हत्याकांड में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर मामले को सुलझा लेने का दावा किया है। मामले का खुलासा करते हुए दरभंगा के वरीय पुलिस अधीक्ष ने कहा कि हत्या पैसे के लेनदेन के कारण हुई है।

विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की निर्मम हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी काजिम अंसारी को गिरफ्तार भी कर लिया है। पुलिस का दावा है कि अंसारी ही इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी है।

दरभंगा एसएसपी जगूनाथ रेड्डी ने कहा कि लेनदेन के मामले में कत्ल हुआ है। इस मामले का मुख्य आरोपी काजिम अंसारी दबोच लिया गया है, जबकि उसके सहयोगियों की तलाश की जा रही है। उनके मोबाइल को ट्रेस किया जा रहा है। कुछ लोगों से लगातार पूछताछ की जा रही है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि साल 2022 में काजिम, मृतक जीतन सहनी से 1 लाख और 2023 में 50 हजार रुपये कर्ज लिया था। जीतन ने काजिम को 4 प्रतिशत के ब्याज पर यह कर्ज दिया था। इसी बीच काजिम के कपड़े की दुकान बंद हो गयी और वह बेरोजगार हो गया। 3 दिन पहले काजिम का मृतक जीतन सहनी से झगड़ा हुआ था।

एसएसपी जगूनाथ रेड्डी ने बताया कि कर्ज देने के बदले जीतन सहनी ने काजिम से जमीन के कागजात गिरवी रखे थे। काजिम लौटाने को कह रहा था। जब जीतन सहनी ने लौटाने से मना कर दिया तो हत्या की साजिश रची गई।

घटना की रात में लगभग डेढ़ बजे काजिम और उसके साथियों ने घर के पीछे के दरवाजे से प्रवेश किया। प्रवेश करने के बाद अभियुक्तों ने जीतन सहनी को जगाकर डरा-धमकाया और अपने कागजात मांगे। नहीं देने पर गुस्से में आकर काजिम ने मृतक पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया। काजिम के बाकी साथी मृतक के हाथ पैर पकड़ कर रखे थे। इसी हमले में जीतन की मृत्यु हो गयी।

एसएसपी ने बताया कि हत्या करने के बाद अभियुक्तों ने कागजात वाली आलमारी की चाबी ढूंढने की कोशिश की, ताकि अपने कागजात वापस ले जा सकें. परन्तु चाबी नहीं मिली। इस पर अभियुक्तों ने निर्णय लिया कि आलमारी को बन्द अवस्था में पानी मे फेंक दें. ताकि सभी कागज गलकर नष्ट हो जाएं। सभी लोगों ने मिलकर आलमारी को घर के पीछे स्थित छोटे से तालाब में फेंक दिया और वहां से फरार हो गए।

पूछताछ के क्रम में मिली जानकारी के अनुसार हत्या में उपयुक्त हथियार के संदर्भ में तालाब में फेंकने की बात कही गई। जिसकी बरामदगी के लिए तालाब की उड़ाही कराई गई है। बावजूद इसके तालाब में हथियार नहीं मिला। वहीं मौके पर पहुंचे डीआईजी बाबुराम राम ने बताया कि तालाब से बरामद लाल बक्से में मृतक के पैसे, लेनदेन के एग्रीमेंट के कागज बरामद किया गया है।

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