गुलाम शाहित की खास रपट
रांची/ हज यात्रा 2023 को लेकर केंद्रीय उड्डयन विभाग, भारत सरकार द्वारा यात्रा से महज कुछ दिन पहले झारखंड के हज यात्रियों की फ्लाइट रांची से रद्द कर दी। अब हज के लिए उड़ाने कोलकाता से प्रारंभ की गयी है। उड़ान कोलकाता से किए जाने पर राज्य के हज यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार के इस फरमान से झारखंड राज्य के हज में जाने वाले यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई है।
सफर बैतुल्ला के लिए रांची से कोलकाता पहुंचे यात्रियों को पहले दिन ही बदइंतजामी का सामना करना पड़ा। झारखंड से कोलकाता पहुंचने के बाद हज यात्रियों को रिसीव करने के लिए कोई गाइड या खादिम उल उज्जाज और अधिकारी वहां मौजूद नहीं दिखे। यही नहीं, यात्री जब देर रात होटल पहुंचे तो काफी देर तक उनके लिए कमरों का इंतजाम नहीं हो पाया। स्टाफ हज यात्रियों को इधर-उधर घुमाते रहे। इस कारण हज यात्रियों को बेहद कस्ट उठाना पड़ा। करीब 2 घंटे तक हजयात्री होटल के बाहर बैठे रहे। 160 आजमीन हज को होटल ताज और होटल ओबराय में रखा गया है। जहां धनबाद, रांची और बंगाल के आजमिने हज ठहरे हुए है। झारखंड से कोलकाता गए एक खादिम ने जुम्मा को फोन पर आपबीती सुनाई। उन्होंने कहा कि एक रूम में दो बेड हैं लेकिन तीन चार यात्रियों को रुकवाया गया है। पुरुष-महिलाओं के कमरे अलग-अलग कर दिए गए हैं। ऐसे में खाने-पीने, कपड़े व अन्य सामान किसी दूसरे कमरे में रह गया। होटल ओबेराय के कमरे में पडे शाराब की बोतल देख आजमीने हज भड़क गए और इसकी जानकारी कमिटी के सदस्यों को दी। समस्या का समाधान करने के बजाय अधिकारी उनकी बातों को अनसुनी करते रहे। लोगों ने अव्यवस्थाओं को लेकर जब हज कमेटी के अधिकारियों को फोन किया तो उन्होंने कहा-हमारी जिम्मेदारी फ्लाइट में बैठाने तक की है।
इस मामले में मन्त्री हफीजुल हसन और चैयरमैन इरफान अंसारी ने सप्ताह पहले दावा किया था कि हज यात्रियों के लिए हावड़ा स्टेशन पर एक बस का इंतजाम किया जाएगा। उससे यात्रियों को कोलकाता हज भवन ले जाया जाएगा। खाने-पीने का इंतजाम भी हज कमेटी करेगी। मगर यहां सब कुछ अलग ही है। कमिटी के प्रधान कार्याधिकारी भी यहां पर रिश्तेदारों को खुश करने और मेहमान पास कार्ड बांटने में व्यस्त हैं। हाजियों ने बताया कि हमारा जुम्मा को सुबह 5. 30 बजे फ्लाइट था जो रद्द हो गया। अभी 4 बज रहा है लेकिन अभी तक कोई सही जानकारी नहीं है कि हमारी उड़ान फिर कब और कितने बजे की है। दूसरे हाजी ने बताया कि किसी भी जानकारी के लिए सीईओ या किसी अन्य अधिकारी को फोन करते हैं तो वे फोन नहीं उठाते हैं। कोई सही जानकारी नहीं मिलने से हम लोग बहुत परेशान हैं।
रांची स्थित हाजियों के रिश्तेदार ने बताया कि हमारे घर से 4 लोग हज पर जा रहे हैं। बहुत दिक्कत में हैं, किसी चीज की कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। उन्होंने झारखंड हज कमेटी के सीईओ और अधिकारियों का नाम ले कर कहा कि वह लोग फोन नहीं उठाते हैं। कभी बात होती है तो वह कहते हैं कि हम लोग देखते हैं। झारखंड हज कमिटि के लापरवाही का खामियाजा हज यात्रियों को भुगतना पड़ रहा। कमिटी के लोगों को जब पता चला कि रांची इम्बार्केशन पॉइंट खत्म कर दिया गया है तब फिर उन्हें कोलकाता हज कमिटी के लोगों से राबता करना चाहिए था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। कम से कम सप्ताह दिन पहले कमिटी के लोगों को कोलकाता पहुंच कर हालात जानना चाहिए था। तो शायद हम लोगों को यह दिन नही देखना पडता।