केरल/ वायनाड में भीषण भूस्खलन, 93 की मौत 150 से अधिक घायल, सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए गए 250 लोग

केरल/ वायनाड में भीषण भूस्खलन, 93 की मौत 150 से अधिक घायल, सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए गए 250 लोग

तिरुवनंतपुरम/ भूस्खलन की घटना के बाद यहां के एक स्वास्थ्य केंद्र में शवों की कतार के बीच लोग अपने प्रियजनों को ढूंढते नजर आए। परिजनों के शव देखकर जहां कुछ लोग फूट-फूटकर रोने लगे, वहीं किसी अपने का शव इनमें ना पाकर उनके सकुशल होने की आस में कुछ ने राहत की सांस ली।

वायनाड जिले के मेप्पाडी गांव के एक स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मंगलवार को भयावह दृष्य देखने को मिला। जिले में हुए भूस्खलन की घटनाओं में 93 लोगों की मौत की खबर है। अब तक दो लोगों को मलबे से जीवित निकाला गया है। लगभग 250 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

केरल के वायनाड ज़िले में भारी बारिश के कारण हुए भयानक भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 93 हो गई है। मंगलवार शाम प्रदेश के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने यह आंकड़ा जारी किया। उन्होंने कहा कि वायनाड में भूस्खलन एक दिल दहला देने वाली आपदा है। वहां बहुत भारी बारिश हुई। पूरा इलाका नष्ट हो गया है। हमने अब तक 93 शव बरामद किए हैं, लेकिन संख्या बदल सकती है। 128 लोग घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है।

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि केरल बैंक ने पहले ही सीएमडीआरएफ में 50 लाख रुपये का योगदान दिया है। सिक्किम के मुख्यमंत्री ने 2 करोड़ रुपये और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने 5 करोड़ रुपये की सहायता देने का वादा किया है। राज्य ने दो दिनों का आधिकारिक शोक घोषित किया है। सार्वजनिक कार्यक्रम और समारोह स्थगित कर दिए गए हैं। विजयन ने कहा, हम अनुरोध करते हैं कि शोक अवधि के दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया जाए।

मंगलवार सुबह मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हुआ, जिसमें मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए। मलबे में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है और भारी बारिश के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने प्रभावित इलाकों में दमकल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को तैनात किया है। एक अतिरिक्त एनडीआरएफ टीम वायनाड के रास्ते में है। कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी बचाव प्रयासों में सहायता करने के निर्देश दिए गए हैं।

वायनाड लैंडस्लाइड पर केरल के अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह से ही प्रधानमंत्री स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं, घटनाक्रम का जायजा ले रहे हैं और एनडीआरएफ और अन्य बलों को तत्काल बचाव अभियान शुरू करने का निर्देश दे रहे हैं। केरल के भीतर और बाहर से बलों को जुटाया गया है। वायु सेना और सेना भी राहत कार्य में जुटी है। कई इलाकों में पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर और अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता होती है। राज्य सरकार ने केंद्र से भी सहायता मांगी है।

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि वो वायनाड जाएंगे। वहां जाकर वह स्थिति का जायजा लेंगे। कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी एक आधिकारिक सूचना में बताया गया हे कि प्रियंका गांधी भी वायनाड जाएंगी।

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि आज सुबह-सुबह वायनाड में कई विनाशकारी भूस्खलन हुए। 50 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। मुंडक्कई गांव का संपर्क टूट गया है और त्रासदी के पैमाने के कारण लोगों की जान और व्यापक क्षति का आकलन अभी किया जाना बाकी है। मैंने रक्षा मंत्री और केरल के मुख्यमंत्री से बात की है। मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि बचाव और चिकित्सा देखभाल के लिए हर संभव सहायता प्रदान की जाए, मृतकों को तत्काल मुआवज़ा दिया जाए।

केरल के राजस्व मंत्री के. राजन ने बताया कि एनडीआरएफ, अग्निशमन, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। अब तक करीब 101 लोगों को बचाया जा चुका है। कलपेट्टा के बाथरी में सेंट मैरी एसकेएमजे स्कूल में एक आश्रय शिविर स्थापित किया गया है। मेडिकल टीमें और एंबुलेंस मौके पर हैं, और भोजन और कपड़ों की व्यवस्था की गई है। मिट्टी खोदने वाली मशीनों की तत्काल आवश्यकता है।

केरल सरकार ने चूरलमाला में हुए भीषण भूस्खलन के बाद भारतीय सेना की 122वीं इन्फैंट्री बटालियन (टीए) मद्रास की बचाव टुकड़ियों को बुलाया है। चल रहे बचाव प्रयासों में सहायता के लिए एक चिकित्सा अधिकारी, दो जेसीओ और 40 सैनिकों वाली टीम को तैनात किया गया है।

मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने वायनाड भूस्खलन के मद्देनजर आज होने वाले सभी सरकारी कार्यक्रमों को रद्द करने को कहा है। इस बीच, पलक्कड़ प्रशासन ने अगले आदेश तक जिले में खनन पर रोक लगा दी है।

भारतीय सेना के डीएससी केंद्र, कन्नूर ने वायथिरी तालुक में फंसे हुए लोगों और सरकारी कर्मियों को बचाने के लिए दो बाढ़ राहत दल तैनात किए हैं। भारतीय नौसेना के रक्षा सुरक्षा कोर के कर्मी खोज और बचाव अभियान के लिए भूस्खलन स्थलों की ओर बढ़ रहे हैं। आईएमडी ने मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड के लिए भारी बारिश के अलर्ट को ‘रेड’ में बदल दिया है। एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और पलक्कड़ के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन में लोगों की मौत पर दुख जताया और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को संकट से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।

अमित शाह अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि केरल के वायनाड में भूस्खलन की घटनाओं से मैं बहुत चिंतित हूं। छक्त्थ् युद्ध स्तर पर खोज और बचाव अभियान चला रहा है। दूसरी टीम प्रतिक्रिया अभियान को और मजबूत करने के लिए रवाना हो गई है। मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।

अधिकारियों ने बताया कि मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव भूस्खलन से प्रभावित और कटे हुए इलाकों में से हैं। जिला अधिकारियों के अनुसार, भूस्खलन के चलते कई परिवारों को अलग-अलग शिविरों या अपने रिश्तेदारों के घरों में ले जाया गया है।

भूस्खलन के कारण ट्रेन नंबर 16305 एर्नाकुलम-कन्नूर इंटरसिटी एक्सप्रेस को त्रिशूर में ही रोक दिया गया है। इसके अलावा, ट्रेन नंबर 16791 तिरुनेलवेली-पलक्कड़ पालरुवी एक्सप्रेस को अलुवा और ट्रेन नंबर 16302 तिरुवनंतपुरम-शोरानूर वेनाड एक्सप्रेस को चालाकुडी में ही रोक दिया गया है।

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