नीतू गुप्ता
तेज रफ्तार से चलते युग ने लोगों को इतना फास्ट कर दिया है कि खाने में भी वे फास्ट फूड ही पसन्द करने लगे हैं क्योंकि महिलाओं के पास इतना समय नहीं है कि वे आराम से तीन समय का खाना बना सकें, न ही उनमें इतनी शक्ति है। बच्चों को तो वैसे भी मसालों से भरपूर खाना अच्छा लगता है।
जो महिलाएं बाहर कार्य पर भी नहीं जाती और घर रहकर उन्हें सारा दिन किचन में बिताना अच्छा नहीं लगता, वे भी चाहती हैं कि फटाफट खाना बनाकर वे टी वी सीरियल देखें या सेल आदि लगी हो तो खरीदारी के लिए बाहर जायें।
इन सब का परिणाम यह होता है कि वजन बढ़ना प्रारंभ हो जाता है। वजन बढ़ने के साथ-साथ कई बीमारियां भी अनजाने में घेर लेती हैं। फिर पश्चाताप और दवा के अलावा कुछ भी नहीं रहता। यदि हम सही समय पर सुधर जायें तो हम स्वयं को मोटापे से दूर रख कई बीमारियों से बच सकते हैं। सभी लोग अच्छी तरह जानते हैं कि ’हेल्थ इज वेल्थ।’
आइए कुछ ऐसी ही बातों पर नजर डालते हैं कि क्या खाएं जो हमारे लिए अच्छा हो और क्या न खाएं जो हमारे लिए अच्छा न हो।
खाने में क्या लें
ग्रेन सीरियल : सभी अनाजों की रोटी का अपना मजा होता है जैसे गेहूं, मक्के की रोटी, बाजरे आदि की रोटी। ’मक्के दी रोटी और सरसों का साग’ पंजाब की शान था पर अब पूरे भारत में पसन्द किया जाता है। गर्म रोटी का स्वाद भी खूब होता है। ऐसा स्वाद फास्ट फूड में कहां। दाल रोटी, सब्जी, दही पूरक खाना है। इससे पेट भी भरता है और पौष्टिकता भी मिलती है शरीर को।
फल, सूप, और जूस : फलों में विटामिनों और मिनरल्स की मात्रा भरपूर होती है। अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए इनका नियमित सेवन जरूरी हैै। फल खाने से शरीर को पर्याप्त रेशा भी मिल जाता है। जो लोग अधिक फल नहीं खा सकते, वे ताजे फलों का जूस पी सकते हैं। ताजी हरी सब्जियों का सूप भी सेहत के लिए अच्छा होता है। फलों का स्वाद भी अच्छा होता है और स्वास्थ्य की दृष्टि से भी फल अच्छे होते हैं।
स्प्राउट : स्प्राउट्स को अपने भोजन का जरूरी अंग बनायें। स्प्राउट्स बहुत पौष्टिक होते हैं। उन्हें नाश्ते में खाया जा सकता है। सलाद के रूप में भी खाया जा सकता है। स्प्राउट्स का स्वाद बढ़ाने के लिए उसमें प्याज, टमाटर, हरी मिर्च, खीरा, ककड़ी, नींबू मिला कर भी खा सकते हैं और दिन में सलाद पर स्प्राउट्स डाल कर भी खा सकते हैं। स्प्राउट्स शीघ्र पेट भरते हैं । उनके सेवन से भूख कम हो जाती है।
शहद : अपने आप को तंदुरूस्त और निरोग रखने के लिए शहद का सेवन करें। शहद के नियमित सेवन से त्वचा भी सुन्दर लगती है। गर्म पानी में नींबू के साथ शहद मिलाकर पीने से मोटापा भी छंटता है।
आंवला : आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है। इसके नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है और चेहरे पर रौनक बनी रहती है।
सलाद : ताजी सब्जियां जो सलाद के रूप में खाई जा सकती हैं, उनमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है इसलिए इनका सेवन आप अधिक मात्रा में भी कर सकते हैं। सलाद में खीरा, ककड़ी, गाजर, मूली, प्याज, टमाटर, नींबू आदि नियमित रूप से ले सकते हैं। सलाद से शरीर को प्रचुर मात्रा में रेशा भी मिलता है और पानी भी। नियमित सलाद खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति भी बढ़ती है।
सब्जियों को भोजन का अभिन्न अंग बनायें: हरी पत्तेदार सब्जियों का नियमित सेवन स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। इन्हें प्रतिदिन खाने की आदत डालें। लाल, पीली, सफेद, पर्पल रंग की सब्जियों का भी सेवन करें। शाकाहारी लोग दोनों मुख्य भोजन में दाल, सब्जी और दही का सेवन करें। मांसाहारी सब्जी, चिकन और फिश ले सकते हैं।
सब्जियों में विभिन्न विटामिन, मिनरल्स और साल्ट होते हैं जो शरीर को बीमारियों से लड़ने से शक्ति प्रदान करते हैं। अपनी सब्जियों और दालों में लहसुन का प्रयोग करें। लहसुन खून में कोलेस्ट्राल की मात्रा को कम करने में मदद करता है। दिल के मरीजों और पेट में गैस वाले लोगों के लिए लहसुन बहुत अच्छा होता है।
क्या न लें
नॉन वैज की मात्रा कम कर दें। मैदे से बने खाद्य पदार्थों का सेवन न करें। मैदा शरीर की आंतों में जम जाता है जिससे कब्ज होती है और शरीर पर मोटापा भी चढ़ता है। पान मसाला, बीयर, विहस्की चाय, काफी का सेवन कम से कम करें। मिठाई और फ्राईड फूड को कहें बाय बाय। ऐसा नहीं कि कभी न खाने की कसम खायें। कभी थोड़ा सा खा सकते हैं पर अगले दिन उसका हिसाब बराबर कर दें।
कुछ और खाद्य पदार्थ हैं जिनसे आप नाता बनाए रखें। ये आपकी सेहत के लिए लाभप्रद हैं और मोटापा भी नहीं बढ़ाते जैसे डबल टोंड दूध नियमित लें। शरीर को कैल्शियम की आवश्यकता होती है। दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थ लें।
नीम का भी सेवन करें। नीम को कल्प वृक्ष माना जाता है। इसके दातुन से दांत मजबूत बनते हैं। नीम त्वचा संबंधी समस्याओं को भी दूर करता है। नीम का रस बालों में लगाने से डैंड्रफ दूर होता है।
(स्वास्थ्य दर्पण)