जमशेदपुर/ पूर्व डीआईजी राजीव रंजन सिंह की पहल पर बीते दिन यानी शनिवार को नगर स्थित जुबली पार्क में जे एन टाटा की प्रतिमा के सामने झारखंड के रिटायर्ड पुलिस एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक हुई। बैठक में रिटायर्ड अधिकारियों ने संकल्प लिया कि सरकारी सेवा से अवकाश के बाद अब समाज व राष्ट्र के लिए कुछ सकारात्मक करना है। रिटाय अधिकारियों ने एक-दूसरे के साथ गर्मजोशी से मुलाकात की और झारखंड में परिर्वतन की दिशा तय करने की बात दुहराई।
बैठक में पूर्व डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने कहा की पदाधिकारियों को यह नहीं सोचना चाहिए कि हम रिटायर्ड हो गए है, बल्कि सोचना चाहिए कि प्रथम पारी के समाप्ति के बाद अब दूसरी पारी प्रारंभ हो गयी है। समाज और राष्ट्र के प्रति हमारा कुछ कर्तव्य अभी बाकी है। इससे रिटायरमेंट के बाद की जीवन की सार्थकता समझ में आएगी। उन्होंने पदाधिकारियों से कहा की हम समाज, मोहल्ला और शहर में अपना कुछ न कुछ में योगदान दें, जिससे युवा पीढ़ी उनके अनुभवों एवं मार्गदर्शन से लाभान्वित हो।
उन्होंने कहा की रिटायर्ड अफसरों का एक संगठन बनाया जाए। व्हाट्सएप के माध्यम से जोड़ा जाए, जिससे महीने में एक दूसरे से मिल कर एक दूसरे की समस्याओं को जाने और उसके समाधान में अपनी भूमिका तय करें। आगे संगठन बनने के बाद एसएसपी से मिलकर इन्हे अपने अपने क्षेत्रों के शांति समितियों से जोड़े जाने की बात भी कही। सिंह ने अधिकारियों को समाज के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। बैठक में रिटायर्ड डी.वाई. एसपी प्रदीप कुमार सिंह, सरयू पासवान, जितेंद्र दुबे, राजेंद्र राय, एफ के एन कुजूर आदि उपस्थित थे। इसके अलावे रिटायर्ड जीएसटी कमिश्नर सीताराम, रिटायर्ड इंस्पेक्टर मदन मोहन सिंह, जितेंद्र ठाकुर, वीरेंद्र पासवान, अशोक कुमार, जयपाल सिरका, बिनोद कुमार, एस. आई. ललन प्रसाद, रमाकांत सिंह, गौरी शंकर तिवारी, दुर्गा ठाकुर, उमेश शर्मा, बिंदेश्वरी सिंह, घनश्याम गोस्वामी, कन्हैया सिंह, परमानंद पासवान, विनोद सिंह, शिव प्रसाद, जग विलास सिंह, दिनेश कुमार शर्मा, शंकर प्रसाद मांझी, शंकर प्रसाद मांझी, शिवेश प्रसाद सिंह, रामकृष्ण उपाध्याय, कृष्ण प्रसाद, विष्णु भगवान पाठक, रामनगीना यादव, मनोज कांत तिवारी,अशोक कुमार,अजरकांत ओझा,बैधनाथ झा,नागेंद्र कुमार ओझा, विमलेश्वर पासवान एवं अन्य सेवानिर्वित कर्मी शामिल थे।