नई दिल्ली/ आगामी 19 जुलाई से संसद का मानसून सत्र प्रारंभ हो सकता है। संसद का यह सत्र 13 अगस्त तक चल सकता है। विस्वस्थ सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि करीब एक महीने तक चलने वाले मानसून सत्र के दौरान 20 बैठकें होने की संभावना है। आमतौर पर संसद का मानसून सत्र जुलाई के तीसरे सप्ताह से शुरू होता है और स्वतंत्रता दिवस से पहले सत्र स्थगित कर दी जाती है।
सूत्रों ने बताया कि संसदीय मामलों संबंधी मंत्रिमंडल समिति ने इस सत्र की अवधि को लेकर सिफारिश की है। उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान संसद परिसर में कोविड से जुड़े सभी प्रोटोकाल का पालन किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि ऐसी उम्मीद की जाती है कि सत्र के दौरान परिसर में प्रवेश करने वाले तब कोविड रोधी टीके की कम से कम एक खुराक ले चुके होंगे।
इधर सत्र पर राजनीति हावी रहने की संभावना भी जताई गयी है। जानकार सूत्रों की मानें तो इस सत्र के दौरान उत्तर प्रदेश एवं पश्चिम बंगाल के विभाजन संबंधी विधेयक पटल पर रखने की संभावना है। सबकुछ ठीक रहा तो इसी सत्र में उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल का फैसला हो जाएगा।
जानकारों की मानें तो नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र की एनडीए सरकार उत्तर प्रदेश को चार भागों में बाटे जाने की योजना पर काम कर रही है। विगत दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दिल्ली दौरे को इसी से जोड़ कर देखा जा रहा है।