नवरात्रि की सप्तमी को गुरु हो रहे वक्री, 5 राशियों पर लक्ष्मी कृपा तो इन राशियों के जातकों को उठानी पड़ सकती है हानि

नवरात्रि की सप्तमी को गुरु हो रहे वक्री, 5 राशियों पर लक्ष्मी कृपा तो इन राशियों के जातकों को उठानी पड़ सकती है हानि

रांची/ गुरु ग्रह 9 अक्‍टूबर को वृषभ राशि में वक्री हो रहे हैं। यानी कि नवरात्रि के बीच में, सप्तमी तिथी से गुरु उल्‍टी चाल चलना आरंभ करेंगे। नवरात्रि में गुरु की चाल बदलने से मिथुन और कर्क सहित कई राशियों की किस्‍मत चमकने वाली है।

देवता गुरु बृहस्‍पति नवरात्रि में वक्री होने जा रहे हैं। गुरु 9 अक्‍टूबर को सुबह 10 बजकर 1 मिनट पर वृषभ राशि में वक्री होंगे और अगले साल 4 फरवरी तक इसी अवस्‍था में वृषभ राशि में गोचर करेंगे। उसके बाद मार्गी हो जाएंगे। गुरु की वक्री चाल से मिथुन और कर्क सहित कई राशियों को बंपर लाभ मिलेगा। इन राशियों के व्‍यापारी नवरात्रि और दिवाली के फेस्टिव सीजन में खूब पैसा कमाएंगे और साथ ही नौकरी में भी आपका खूब नाम होगा। आपकी किस्‍मत खुल जाएगी और मां दुर्गा के आशीर्वाद से आपके घर में सुख समृद्धि बढ़ेगी और खूब नाम कमाएंगे। आइए देखते हैं गुरु की वक्री चाल से किन-किन राशियों के जीवन में मचेगा धमाल।

बृहस्पति की वक्री चाल वृषभ राशि वालों के लिए आर्थिक लाभ लेकर आ रही है। आपके आमदनी के स्रोत में वृद्धि होगी और रुके कार्य पूर्ण होने से आपको खुशी होगी। अचानक से आपकी कमाई में इज़ाफ़ा होगा और आपको करियर में भी तरक्‍की पाने के योग बन रहे हैं। व्यापारियों को धन लाभ होगा और आपकी सुख समृद्धि में भी वृद्धि होगी और आपके परिवार के लोगों के साथ आपके संबंध मजबूत होंगे। नौकरीपेशा लोगों को कार्यक्षेत्र में पदोन्नति के अवसर प्राप्त होंगे और आपकी कार्यशैली में भी सुधार आएगा। इससे वृषभ राशि के जातकों को थोड़ा नुकसान भी होगा। गुरु का वक्री होना आपके रिश्तों पर प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में वृषभ राशि वालों को वाणी में मधुरता रखनी होगी, अन्यथा किसी से अनबन हो सकती है।

मिथुन राशि के लोगों के लिए गुरु का व्रकी होना आपका भाग्‍योदय करेगा और आपके जीवन में खुशियां लेकर आएगा। इस दौरान आपकी नौकरी में बदलाव संभव है और आपको करियर में नए और बेहतरीन अवसवर प्राप्‍त होंगे। नौकरी में प्रमोशन के योग हैं। किसी विदेश यात्रा पर जाने के योग बन रहे हैं और आपकी इस बीच बिजनस में कोई बड़ी डील हो सकती है। प्‍यार और रिलेशनशिप के मामले में गुरु की वक्री चाल आपके लिए शुभ योग बना रही है और आपके लिए लाइफ पार्टनर की तलाश पूरी हो सकती है।

कर्क राशि वालों के लिए बृहस्पति का वक्री होना मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि लेकर आएगा। इस समय आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। सुख-समृद्धि में भी वृद्धि हो सकती है। आपको नौकरी का नया प्रस्ताव मिल सकता है। व्यापारियों को निवेश से लाभ हो सकता है। परिवार का सहयोग मिलेगा और आपके सभी रुके कार्य पूर्ण होंगे। आपके जीवन में कुछ नई योजनाएं आरंभ हों सकती है। जो लोग सोने चांदी और आभूषण का काम करते हैं उनको फेस्टिव सीजन में अच्‍छा पैसा मिलेगा।

बृहस्पति के वक्री होने से धनु राशि वाले जातकों के अच्‍छे दिन शुरू होंगे और आपके भाग्‍य में अचानक से वृ‍द्धि के योग बन रहे हैं। धनु राशि वालों को नई संपत्ति खरीदने के लिए प्रेरित कर रहा है। नया भवन या वाहन खरीद सकते हैं। विवाह के योग हैं। नौकरी और व्यापार में उन्नति का समय है। जीवन खुशहाल बीतेगा और लाइफ पार्टनर के साथ आपका शानदार वक्‍त बीतेगा। आपके जीवन में खुशियों की बहार आएगी।

मीन राशि के जातकों को बृहस्पति के वक्री होने से लाभ होने वाला है। सबसे पहले तो आप अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। व्यापार में चुनौतियां तो आएंगी लेकिन यही चुनौतियां तरक्की का रास्ता भी बनाएंगी। धार्मिक कार्यों में खर्चे बढ़ सकते हैं। सेहत का ध्यान रखना होगा। कर्ज आदि से मुक्ति मिल सकती है और आपके जीवन में खुशहाली के योग बन रहे हैं और आपके लिए धन में वृद्धि के योग बन रहे हैं।

कुछ राशियों पर पड़ेगा बुरा असर

मेष राशि पर गुरु के वक्री होने प्रभाव नकारात्मक होगा। मेष राशि वालों की समस्याएं बढ़ सकती हैं। इस दौरान जीवन में नकारात्मकता का प्रभाव बना रहेगा। खर्चों की अधिकता के कारण मन परेशान रहेगा। साथ ही आर्थिक स्थिति भी बिगड़ सकती है।

गुरु के वक्री होने से कर्क राशि लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। आपको पैसों से संबंधित निर्णय बड़ों की सहायता से करें। इस दौरान कार्य में यदि जल्दबाजी दिखाई, तो भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

गुरु के वक्री होने से वृश्चिक राशि के जातकों की समस्याओं में इजाफा देखने को मिल सकता है। आपके जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकता है। किसी भी कार्य में लापरवाही करने से बचें नहीं तो नुकसान होने की आशंका है।

मकर राशि के लोग हर कार्य में सावधानी बरतें। खर्चों की अधिकता के कारण आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। गुरु के वक्री होने से आपके कामकाज में रुकावट आ सकती है।

(उक्त जानकारियां अनुमान के आधार पर दी गयी है। इसे कई ऑनलाइन वेबसाइट से लिया गया है। इस जानकारी को अनुमान ही मानें। इसके आधार पर किसी प्रकार का निर्णय यदि आप लेते हैं तो इसके लिए हमारा प्रबंधन जिम्मेदार नहीं होगा। महज यह एक सूचना है। इसे आप भविष्यवाणी मानने की भूल न करें। इसका कोई वैज्ञानिक आधार भी नहीं है। इसे भारतीय ज्योतिष कहा जाता है। कुछ गणनाओं के आधार पर इसे प्रस्तुत किया जाता है। कभी-कभी यह सत्य भी होता है लेकिन इसे पूरी तरह सत्य नहीं माना जा सकता। अनुमान है यह सत्य के करीब भी हो सकता है।)

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