वामपंथ/ भारतीय पूँजीवाद द्वारा पर्यावरण का दोहन हुआ तेज़

रणवीर इस साल जून में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने तीसरी दफ़ा अपना कार्यकाल शुरू किया, यह सब ऐसे समय में हुआ जब

पूँजीवाद में विज्ञापनों की विचारधारा और पूँजीवादी विचारधारा का विज्ञापन

शिवानी टेलीविज़न, इण्टरनेट, अख़बार आदि में विज्ञापन तो आप ज़रूर देखते होंगे चाहे आपको यह कितना ही नापसन्द क्यों न हों। रेडियो पर सुनते भी

गैर सरकारी संगठन (NGO) और क्रूर पूंजीवाद के गठजोड़ को समझना चाहिए

जेम्स पेत्रास एवं हेनरी वेल्तमेयर पूरे इतिहास में, मुट्ठीभर अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व करने वाले शासक वर्ग अपनी सत्ता, मुनाफे और विशेषाधिकारों की हिफाजत के लिए

ईरानी कट्टरपंथ व पूंजीवाद दोनों ‘जान, जिंदगी, आजादी’ के दुश्मन

एम असीम बीते 13 सितंबर को ईरान की ‘नैतिक पुलिस’ ने 22 साला कुर्द युवती जीना महसा अमीनी को तेहरान में रूसरी (हिजाब) सही से

पूंजीवाद के उन्मूलन के बिना मेहनतकश जनता की मुक्ति असंभव

अजय सिंहा श्रीलंका, पाकिस्तान, नेपाल, अफगानिस्तान, बांग्लादेश व भारत सहित पूरा दक्षिण एशिया इस वक्त बड़े पूंजीवादी संकट के कगार पर है। विश्व की गरीब

क्रिप्टोकरेंसी : संकटग्रस्त पूँजीवाद को बचाने का असफल प्रयास

आनन्द हाल के वर्षों में भारत सहित दुनिया के कई हिस्सों में खाते-पीते लोगों के बीच बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करके पैसे से

कोयले की कमी : बिजली संकट साजिश और पूंजीवाद में निहित अराजकता का नतीजा

आनन्द अक्टूबर के दूसरे हफ्ते से मीडिया में कोयले की कमी की वजह से बिजली के संकट की खबरें आना शुरू हो गयी थीं। उसके

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