बुर्जुगों की प्यार मोहब्बत की रिवायत के खिलाफ फतवे मुसलमानों की गैरत पर हमला

सूफी कौसर मजीदी वर्ष 1947 में हमारे बुर्जुगों के पास दो विकल्प थे। एक तो जिन्ना के नापाक सपनो का पाकिस्तान और दूसरा हमारे बुजुर्गों

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