अमृतसर/ चंडीगढ/ पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार को हिंदू नेता सुधीर सूरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सूरी को पुलिस प्रोटेक्शन मिला हुआ था और उनके साथ पंजाब पुलिस के 20 गार्ड होते थे। बावजूद इसके खालिस्तानी आतंकवादियों ने सूरी को गोली मारकर हत्या कर दी।
जानकार सूत्रों से मिली खबर में बताया गया है कि सूरी को अमृतसर में गोपाल मंदिर के बाहर 5 गोलियां मारी गईं। वे मंदिर के बाहर मूर्तियों की बेअदबी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। गोली मारने वाले को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल भी बरामद कर ली गई है।
सूरी को गोली मारने वाले शख्स का नाम संदीप सिंह है। वह अमृतसर में अमन एवेन्यू का रहने वाला है। वारदात वाली जगह के सामने ही उसके की दुकान है। उसकी कार से कई प्रिंटआउट मिले हैं। इनमें हिंदू नेताओं की फोटो को क्रॉस किया गया है। इससे यह साबित होता है कि पंजाब में एक बार फिर से आतंकवाद का दौर प्रारंभ हो गया है।
जिस समय सूरी को गोली मारी गई, तब उनके साथ कई समर्थक भी मौजूद थे। फायरिंग के बाद उन्हें घायल हालत में प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। सूरी खालिस्तान समर्थकों के टारगेट पर पहले से थे। कुछ समय पहले विदेश में बैठे खालिस्तान समर्थकों ने उनकी हत्या की साजिश भी रची थी। इसके बाद ही उन्हें पुलिस प्रोटेक्शन दिया गया था। हमलावर जिस कार से आया था, उसमें खालिस्तानियों का स्टीकर भी लगा था।
सुधीर सूरी के परिवार ने मांग की है कि सूरी को शहीद का दर्जा दिया जाए। जब तक यह दर्जा नहीं मिलेगा, अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
इधर पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने कहा- हत्या का केस दर्ज कर लिया है। आरोपी संदीप सिंह सन्नी को अरेस्ट कर लिया है। यह आतंकी घटना थी या कुछ और, इसके बारे में अभी कुछ भी कहना ठीक नहीं है। कत्ल के पीछे कोई संगठन है या इसकी साजिश रची गई, इसकी जांच कर रहे हैं। संदीप सन्नी ने 32 बोर के लाइसेंसी पिस्टल के साथ 5 गोलियां चलाई। सूरी को कितनी लगीं, ये पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा।
सूरी गोपाल मंदिर के बाहर धरने पर बैठे हुए थे। उसी दौरान दोपहर को कार से आए संदीप सिंह ने उन पर फायरिंग कर दी। दो गोलियां सुधीर सूरी की छाती पर लगीं। उन्हें तुरंत एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
हमले के बाद कन्फ्यूजन फैल गया कि सूरी को गोली सीधे मारी गई या नजदीकी इमारत की छत से उन पर फायरिंग हुई। हमले के बाद उनके सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए हवाई फायर भी किए, लेकिन आरोपी मौके से भागने में कामयाब रहे। यह पता नहीं चल पाया है कि गोलियां चलाने वाले किस ओर भागे थे।
हमले के बाद सूरी समर्थकों ने भी हमलावर पर फायरिंग की। बता दें कि अमृतसर के गोपाल मंदिर के बाहर लोगों ने खंडित मूर्तियां रख दी थीं। ये मूर्तियां पैरों में आ रही थीं और उनके पास गंदगी भी पड़ी थी। इसे देखकर हिंदू नेता सुधीर सूरी और उनके समर्थक मंदिर के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे।
हिंदू नेता सुधीर सूरी की मौत के बाद हिंदू संगठनों ने पंजाब बंद कराने की चेतावनी दी है। उनका आरोप है कि यह पहला मौका नहीं है, जब हिंदू नेता की हत्या की गई है। वहीं यह भी कहा है कि आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद से ही लगातार हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं।
सूरी को गोली मारने वाले संदीप की कार से पंजाब महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी की तस्वीर भी सर्किल की गई है। इसके अलावा कॉमेडियन भारती सिंह, डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम की भी फोटो हैं। सजा पूरी करने के बाद भी जेल में बंद सिखों से जुड़ी फोटो भी इसमें शामिल हैं।
वैसे इस हत्या को लेकर कई प्रकार की बातें की जा रही है लेकिन यह भी सत्य है कि जब से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है तब से पंजाब में गरमपंथियों के हौसले बुलंद हुए हैं। खुफिया एजेंसियों की मानें तो इन दिनों लगातार गरमपंथी सिखों का मनोबल उंचा हो रहा है। दूसरी ओर लोकतंत्र और मानवाधिकार की दुहाई देते हुए आम आदमी पार्टी के कुछ नेता भी रेडिकल सिखों का समर्थक करते देखे जा रहे हैं।
चंडीगढ के एक हिन्दू नेता ने बताया कि पंजाब में केवल कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार के समय रेडिकलों पर नकेल कसता रहा है। भाजप-शिरोमणी अकाली दल गठबंधन की सरकार के दौरान भी प्रदेश में कई हिन्दू नेताओं की हत्या हुई लेकिन कोई हत्यारा पकड़ा नहीं गया। जब कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार प्रदेश में आयी तो आरएसएस नेता ब्रिगेडियर गगनेजा के हत्यारे पकड़े गए।
आम आदमी पार्टी छोड़ चुके एक नेता ने बताया कि आम आदमी पार्टी पंजाब में रेडिकल सिखों के समर्थन से सरकार चला रही है। इस पर नकेल नहीं कसा गया तो बहुत जल्द पंजाब की स्थिति खराब हो सकती है।
बता दें कि सुधीर सूरी ने 2016 में अमृतसर में अपने एक भाषण में खालिस्तानियों को खुलकर धमकी दी थी। उन्होंने धमकियां देते हुए कहा था कि अगर वह एक हिंदू को मारेंगे तो वह उनके 10 गिराएंगे। इसके बाद से ही वह लगातार विवादों में घिरने लगे। सिख अगर बंद की कॉल देते तो वह इसका विरोध करना शुरू कर देते।
सुधीर सूरी का सबसे अधिक विवादित बयान 2019 में सामने आया था। उन्होंने सिख महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक व शर्मसार करने वाले शब्द बोले थे। इसके बाद सिख संगठन और खालिस्तानी समर्थकों ने खुलकर उन्हें जान से मारने की धमकियां देना शुरू कर दिया था।
पाकिस्तान में बैठे खालिस्तानी गोपाल चावला ने वीडियो जारी करके सिखों और मुस्लमानों को सुधीर सूरी की हत्या की बधाई दी है। वीडियो में वह सुधीर सूरी के बारे में अपशब्द बोल रहा है और 3 और हिंदू नेताओं का नाम लेकर उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहा है। चावला का यह वीडियो सूरी की हत्या में पाकिस्तानी कनेक्शन की ओर इशारा कर रहा है।
पंजाब के अमृतसर में कत्ल किए हिंदू नेता सुधीर सूरी को पंजाब पुलिस की विशेष कैटेगरी की सिक्योरिटी मिली हुई थी। सूरी की सुरक्षा में 15 पुलिसकर्मी और एक पायलट जिप्सी थी। 5 पुलिसकर्मी उनके घर पर रहते थे। इसके बावजूद दिनदहाड़े 5 गोलियां मारकर सूरी का मर्डर कर दिया गया।