नई दिल्ली/ रुस के निवेश कोष रसियन डारेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) और भारत की दवा कंपनी पैनेसिया बायोटेक ने सोमवार को भारत में स्पुतनिक-वी कोरोना वायरस टीके का उत्पादन शुरू कर दिया। इस बात की अधिकारी पुष्टि दोनों कंपनियों के अधिकारियों ने की है। इस टीके का उत्पादन पैनेसिया बायोटेक के हिमाचल प्रदेश के बद्दी स्थित कारखाने में की जा रही है। उत्पादन के बाद सबसे पहले इसकी पहली खेप रूस के गामालेया केन्द्र भेजा जायेगा, जहां इसकी गुणवत्ता जांची जाएगी
आरडीआईएफ और पैनेसिया बायोटेक ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि पूर्ण स्तर पर उत्पादन इन गर्मियों में ही शुरु होने की उम्मीद है। बयान में कहा गया है कि अप्रैल में आरडीआईएफ और पैनेशिया ने स्पुतनिक-वी टीके की सालाना 10 करोड़ खुराक का उत्पादन करने पर सहमति जताई थी।
आरडीआईएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी किरिल्ल डमित्रिव ने कहा, पैनेशिया बायोटेक के साथ मिलकर भारत में उत्पादन की शुरुआत देश को महामारी से लड़ने में मदद की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा कि स्पुतनिक-वी टीके का उत्पादन शुरू होने से भारत को कोरोना वायरस महामारी के संकटपूर्ण दौर से निकालने के सरकार के प्रयासों को समर्थन मिलेगा। बाद में टीके का दूसरे देशों को निर्यात भी किया जा सकेगा, ताकि दुनिया के अन्य देशों में भी महामारी के प्रसार को रोका जा सके।
टीके के उत्पादन की शुरुआत पर पैनेशिया बायोटेक के प्रबंध निदेशक राजेश जैन ने कहा, स्पुतिनक-वी का उत्पादन शुरू होना एक महत्वपूर्ण कदम है. आरडीआईएफ के साथ मिलकर हम उम्मीद करते हैं देश के लोग फिर से सामान्य स्थिति महसूस कर सकें साथ ही दुनिया के देशों में भी स्थिति सामान्य करने में मदद मिलेगी।
स्पुतनिक वी को भारत में 12 अप्रैल 2021 को आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति के साथ पंजीकृत किया गया। इसके साथ ही कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये 14 मई से टीकाकरण अभियान में इसका इस्तेमाल भी शुरू कर दिया गया।