चंडीगढ़/ पंजाब के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा ने आज यहाँ एक स्पष्टीकरण देते हुये कहा है कि उन्होंने कभी भी यह नहीं कहा कि पंजाब के गाँवों में कोरोना का प्रकोप किसानी विरोधी तीन कानूनों को रद्द कराने के लिए दिल्ली बार्डर पर दिए जा रहे धरनों से वापस आ रहे किसानों के कारण बढ़ रहा है।
पंचायत मंत्री ने अपने प्रैस बयान में कहा है कि वह इस बात से बहुत स्पष्ट हैं कि कोरोना महामारी का सिर्फ पंजाब में ही फिर से उभार नहीं हुआ बल्कि पूरे देश में इस बीमारी का प्रकोप बढ़ा है। यह बीमारी पिछले दो महीनों में उन राज्यों में भी बढ़ी है जो राज्य दिल्ली के धरनों से बहुत दूर हैं।
पंचायत मंत्री ने कहा कि देश में कोरोना महामारी बढने के और कारण हैं जिनमें से एक प्रमुख कारण माहिरों की तरफ से कोरोना की दूसरी लहर की भविष्यवाणी करने के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा उचित प्रबंध न करना है।
बाजवा ने कहा, ‘‘मैं पूरी तरह से किसान संघर्ष का हिमायती हूँ और मुझे यह भी एहसास है कि किसानी आंदोलन को अधर में नहीं छोड़ा जा सकता। मैंने कभी भी यह नहीं कहा कि पंजाब के गाँवों में कोरोना किसानी संघर्ष के कारण बढ़ रहा है।’’
पंचायत मंत्री ने कहा कि उन्होंने सिर्फ यह सलाह दी थी कि अपने और आपने परिवारों की सुरक्षा के लिए धरने से वापस आ रहे किसान अगर गाँवों में आते समय टैस्ट करा लिया करें तो इसमें सब की ही भलाई है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बेहद अफसोस है कि मीडिया के एक हिस्से ने इस मामले को गलत रंग देकर सनसनी पैदा की।’