रांची/ वैश्विक कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए ये यांगदा सत्संग आश्रम ने तीन दिवसीय ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित रखा है। योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ इंडिया (वाईएसएस) द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य पर संस्था द्वारा योग-ध्यान पर कई विशेष कार्यक्रम तैयार किए हैं। ये सभी कार्यक्रम अलग-अलग सत्रों में 19 से 21 जून तक आयोजित किए जाएंगे।
सौ साल से भी पहले वाईएसएस के संस्थापक परमहंस योगानंदजी ने 1920 में अमेरिका जाकर जिस भारतीय संस्कृति और ध्यान-योग, विशेषकर क्रिया योग, के माहात्म्य का पूरी दुनिया में अलख जगाया था, वह सात साल पहले तब कामयाबी के शिखर पर पहुंचा, जब संयुक्त राष्ट्र ने इस दिन विशेष को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी।
पिछले डेढ़ साल में पूरे विश्व में योग का महत्व और भी बढ़ गया है, क्योंकि जिस तरह दीपक का प्रकाश अंधेरे को दूर करता है, उसी तरह भारत में उद्भूत यह दिव्य विज्ञान, योग और ध्यान, विश्व के सुदूर प्रान्तों तक अपनी शांतिदायिनी किरणें बिखेरकर, कोरोना महामारी द्वारा लोगों के मन में व्याप्त घोर तिमिर को दूर कर रहा है।
इस दृष्टिकोण से इस बार के योग दिवस का कुछ ज्यादा ही महत्व है। कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए संस्था ने इन कार्यक्रमों का ऑननलाइन आयोजन करने का निर्णय लिया है।
योगदा सत्संग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार तीन दिवसीय कार्यक्रम का प्रारंभ 19 जून, संध्या 6.30 से होगा, जो रात्रि के 7.30 बजे तक चलेगा। ये कार्यक्रम अंग्रेजी माध्यम में संपन्न होगा। यह सत्र योगदा सत्संग के उपाध्यक्ष स्वामी स्मरणानंद गिरि के सान्निध्य में संचालित होगा। इसमें परमहंस योगानंद और उनके कार्यों का संक्षिप्त परिचय देने के साथ-साथ योग के तत्वों की व्याख्या की जाएगी। इसके अलावा सही आसन और श्वसन व्यायाम की जानकारी देकर निर्देशित ध्यान सत्र चलाया जाएगा।
20 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर सायं पांच बजे से छह बजे तकएक सत्र होगा। योगदा सत्संग के महासचिव स्वामी ईश्वरानंद गिरि इस सत्र का संचालन हिंदी में करेंगे। इसमें परमहंस योगानंद द्वारा योग के माध्यम से शरीर, मन और आत्मा के संतुलन पर बताये गये तत्वों की व्याख्या की जाएगी। ध्यान-योग के मार्ग पर नवागंतुकों के लिए यह कार्यक्रम विशेष रूप से तैयार किया गया है।
21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जो कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है उसका थीम ‘योग सबके लिए’ है। संध्या 6.30 से रात्रि 7.30 बजे तक चलने वाले इस सत्र का संचालन स्वामी चैतन्यानंद गिरि अंग्रेजी में करेंगे। वे अपने प्रवचन में बताएंगे कि वर्तमान संदर्भों में हर किसी के लिए योग किस प्रकार अधिक प्रासंगिक और उपयोगी है। इस सत्र में ध्यान की प्रारम्भिक विधि भी सिखायी जाएगी।