गुमला/ अपने प्रिय नेता प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के खिलाफ माओवादियों द्वारा आहूत 3 दिनों की बंदी के आखिरी दिन उत्पात मचाया गया। माओवादी गुरिल्लों ने गुमला के कुरूमगढ़ थाना के नवनिर्मित भवन को विस्फोट कर उड़ा दिया।
माओवादियों ने भवन के पास एक पर्चा भी छोड़ा है। पर्चा में लिखा है, पोलित ब्यूरो सदस्य किशन दा और नारी मुक्ति संघ की नेत्री शीला दी सहित अन्य कामरेडो की गिरफ्तारी के विरोध में किया गया यह प्रतिशोधात्मक कार्रवाई है।
इधर थाना भवन उड़ाये जाने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना पुलिस तक पहुंची। पुलिस घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की देर रात करीब 70 से 80 माओवादी पहुंचे थे और विस्फोट कर थाना के नवनिर्मित भवन को उड़ा दिया।
बता दें कि माओवादियों के थिंक टेंक प्रशांत बोस, किशन दा और उनकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी का माओवादी लगातार विरोध कर रहे हैं। प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के तुरंत बाद माओवादियों ने 20 नवंबर को भारत बंद का आह्वान किया था। जिसमें माओवादियों ने लातेहार और चक्रधरपुर में रेल पटरियों को निशाना बनाया। उसके बाद 23 से 25 नवंबर तक 4 राज्यों झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बंद का आह्वान किया था।