गज्जनवाला सुखमिंदर सिंह यह सत्य कथा दो बिहारी मुस्लिम बंधुओं की है। जिसका नाम नवाब रहीम बख्श और करीम बख्श था। दोनों बिहार स्थित पटना
Category: History & Archeology
इतिहास/ 18वीं सदी का वह मुस्लिम योद्धा, जिसने अमेरिका पर लगा दिया था टैक्स
अज़हर उमरी इतिहास के पन्नों में एक ऐसी घटना दर्ज है, जो आपको हैरान कर देगी। दुनिया की महाशक्ति अमेरिका पर सबसे पहले टैक्स लगाने
नेहरू का वह मध्यरात्रि भाषण जिसकी गूँज आज भी कायम
जयसिंह रावत जवाहरलाल नेहरू का ‘ट्रिस्ट विद डेस्टिनी’ भाषण, जो 14-15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि को संविधान सभा में दिया गया, भारत के स्वतंत्रता संग्राम
चिरांद : बिहार की 4000 वर्ष पुरानी सभ्यता जहां मिले नवपाषण कालीन अवशेष
फेसबुक से प्राप्त सारण जिला मुख्यालय छपरा से महज 11 किलोमीटर की दूरी पर चिरांद नामक स्थान है। यह स्थान महाराजा मोरध्वज से भी जुड़ा
यूनेस्को की सूची में भगवद्गीता और नाट्यशास्त्र रू सनातन की गौरवगाथा
डॉ ब्रजेश कुमार मिश्र भारत सनातन संस्कृति का केंद्र है। इसकी गौरवशाली परम्परा तर्क, वैज्ञानिकता, विश्वास, आस्था, जीवन-शैली, आराधना, अर्चना तथा सांस्कृतिक विरासत को स्वयं
जानकारी/ चार्ल्स डार्विन का द्वीप ‘विशाल कछुआ’
ए. पी. भारती विश्व विख्यात वैज्ञानिक चार्ल्स डार्विन का जन्म सन 1809 में ब्रिटेन में हुआ था। उनको उनके ’विकासवाद के सिद्धांत‘ के कारण जाना
संसार में सभ्यता और संस्कृति के संस्थापक भगवान आदिनाथ
संदीप सृजन जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ, जिन्हें ऋषभनाथ, ऋषभदेव या आदिनाथ के नाम से जाना जाता है, उन्होंने न केवल आध्यात्मिक मार्ग
एक प्राचीनतम हिन्दू जनजाति है बैगा, जानिए इनकी परंपरा और धार्मिक मान्यताएं
विवेक रंजन श्रीवास्तव नर्मदा अंचल के जंगलों में दुर्गम पहाडियों में बसी प्राचीनतम हिन्दू जनजाति बैगा अपनी आदिम जीवन शैली के कारण आज भी कौतुहल
प्रयागराज महाकुंभ को साम्प्रदायिक नहीं समावेशी सांस्कृतिक दृष्टि से देखिए
गौतम चौधरी विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम, महाकुंभ मेला, आध्यात्मिकता, आस्था और सांस्कृतिक विरासत का शानदार उत्सव है। यह आयोजन, जो पवित्र गंगा यमुना
भारतीय साम्यवादी आन्दोलन 100 वर्ष/ भारत में कम्युनिस्टों का इतिहास, विचारधारा और योगदान
गौतम चौधरी उन्नीसवीं शताब्दी में यूरोपीय विचारकों तथा आंदोलनों पर मार्क्सवाद का प्रभाव साफ-साफ दिखता है। उस काल में भारत पर साम्राज्यवादी नीतियों के कारण