आतंकवाद विरोधी दिवस, 21 मई पर विशेष/ आतंकवाद के अँधेरे को मिटाना होगा

सुनील कुमार महला किसी ने क्या खूब लिखा है- ‘आतंकवाद से धरा दूषित हैं, इसे शुद्ध हो जाने दो। हाथ खोल दो वीरो के ,अब

बृजभूषण शरण सिंह पर कार्रवाई के बाद भी जंतर-मंतर पर क्यों जुटे हैं पहलवान?

रूबी खान बीते अप्रैल महीने, जंतर-मंतर एक बार फिर से चर्चा में आ गया और राष्ट्रीय समाचार माध्यमों की सुर्खिया बटोरने लगा। इस बार मामला

इस्लामिक चिंतन के खिलाफ है धर्म के आधार पर पड़ोसियों की व्याख्या करना 

हसन जमालपुरी हाल की कुछ घटनाओं ने शांतिपूर्ण पड़ोस की अवधारणा ठेस पहुंचाया है। इन घटनाओं को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। दरअसल, आप जिसके

हलाल सार्टिफिकेशन पर केन्द्रीय नियामक व अभिकरण का गठन करे सरकार 

गौतम चौधरी  भारत में बड़ी संख्या में मुस्लिम आबादी निवास करती है। उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए कई उत्पादों और सेवाओं को हलाल

वामपंथ/ इतिहासों के आईने में मई दिवस की कहानी

मजदूरों का त्योहार मई दिवस आठ घण्टे काम के दिन के लिए मजदूरों के शानदार आन्दोलन से पैदा हुआ। उसके पहले मजदूर चैदह से लेकर

समान नागरिक संहिता पर मजदूर वर्ग का नजरिया क्या होना चाहिए?

आनन्द समान नागरिक संहिता (यूनिफॉर्म सिविल कोड) का मामला एक बार फिर सुर्ख़ियों में है। गत 9 दिसम्बर को भाजपा नेता किरोड़ी लाल मीना ने

मदरसों का आधुनिकीकरण दीन और दुनिया दोनों के लिए जरूरी

हसन जमालपुरी स्मार्ट शिक्षण शिक्षा प्रणाली उन व्यक्तियों के लिए एक वरदान है जो नई तकनीक के युग में अपने संसाधनों का अधिकतम उपयोग करना

वामपंथ/विश्व मजदूर वर्ग के महान नेता और शिक्षक लेनिन को याद करते हुए

लेनिन के जीवन के बारे में, उनके विचारों के बारे में बहुत कुछ लिखा गया है। लेकिन आज एक बार फिर उनके जन्मदिन पर उनके

वक्फ संपत्तियों को माफियाओं के चंगुल से निकालने की कवायद

गौतम चौधरी विगत दिनों भारतीय समाचार माध्यमों में वक्फ की खबरें खूब सुर्खियां बटोरी। वक्फ पर कई आरोप भी मढ़े गए और कई ऐसी खबरें

वामपंथ का पराभव, एक विहंगम व्याख्या

राकेश सैन चुनाव आयोग की नई घोषणा अनुसार, वामपंथी दलों से राष्ट्रीय दर्जा छिन गया है और वे क्षेत्रीय पार्टी बन गए। किसी समय बंगाल,

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