भारतीय साम्यवादी आन्दोलन का वैचारिक संकट

राघव शरण शर्मा   भाग 03 ऑक्सफोर्ड रिटर्न होने पर भी बंगाल की धरती पर ज्योति बसु ने आंदोलनों का नेतृत्व किया। बसु, संयुक्त मोर्चे की

कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कारगर उपाय है सामाजिक बहिष्कार

अमरदीप यादव 27 अप्रैल को राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में बिचैलियों द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों को बेड दिलाने के लिए मनमानी कीमत

आइए सामान्य भाषा में जानते हैं “भूगोल”

गौतम चौधरी  भूगोल वह शास्त्र है, जिसमें पृथ्वी के ऊपरी स्वरुप या परत और उसके प्राकृतिक विभागों (जैसे पहाड़, पठार, मैदान, महादेश, देश, नगर, नदी,

भगवान परशुराम ने भीष्म पितामह को दी थी शस्त्र शिक्षा

डॉ श्रीगोपाल नारसन (एडवोकेट) ”कहता है इतिहास जगत में हुए एक ही नर ऐसा। रण में कुटिल काल सम क्रोधी तप में महा सूर्य जैया।।”

मधुपुर हार पर BJP का मंथन, अनुशासन की चाबुक से भीतरघातियों पर कसेगी नकेल

गौतम चौधरी  मधुपुर उपचुनाव में हार के बाद भारतीय जनता पार्टी अपने सांगठनिक संरचना को न केवल चाक-चौबंद करने में लगी है, अपितु दल के

बंगाल की हालिया हिंसा तृणमूल के 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी का हिस्सा है

पंकज सिंहा इन दिनों पश्चिम बंगाल पूरे देश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। दीदी यानी ममता बनर्जी की जीत के बाद से

भारतीय साम्यवादी आन्दोलन का वैचारिक संकट

भाग-02 राघव शरण शर्मा नक्सल आंदोलन का वैचारिक संकट भारत में पूरे वामपंथ का वैचारिक संकट बन गया है। ऐसा क्यों हो गया है? इसकी

आन्दोलन की आड़ में कहीं अन्नदाताओं का अहित तो नहीं कर रहे विप्लवकारी नेता?

राजेन्द्र बहादुर सिंह राणा   भारत में कृषि लगभग 55 प्रतिशत जनसंख्या के जीविकोपार्जन का एक प्रमुख स्रोत है। अगर हम इतिहास में देखें तो मुग़लकाल

पंजाब में कांग्रेस के पन्थक एजेण्डे पर अल्पविराम

राकेश सैन गुड़ खाना और गुडियानी से परहेज, धर्मनिरपेक्ष कांग्रेस का पंजाब की राजनीति में धर्म को लेकर यही सिद्धान्त रहा है, लेकिन अबकी बार

Translate »