नीतू गुप्ता
पहले समय में महिलाओं और पुरूषों के पहनावे में स्पष्ट अंतर था पहनावे के कारण पीछे से भी पता चल जाता था कि पुरूष है या स्त्राी। समय के साथ धीरे-धीरे इनके पहनावे, आभूषणों में भी समानता आने लगी। अब बहुत सी चीजें ऐसी हैं जिन्हें दोनों धड़ल्ले से प्रयोग करते हैं इन चीजों को यूनिसेक्स आइटम्स कहा जाता है जैसे: –
स्टोल
स्टोल गले में डालने वाला कुछ समय पूर्व का टेªंड है जिन्हें फार्मल और कैजुअल वीयर में प्रयोग किया जाता है। कैजुअल और फार्मल स्टोल लड़के कुर्ते पायजामे, पाजामी के साथ प्रयोग में लाते हैं और लड़कियां जींस कुर्ती और पाजामी कुर्ते के साथ इनका प्रयोग करती हैं।
सॉक्स
आजकल बाजार में ऐसी सॉक्स आ रही हैं जिन्हें लड़के और लड़कियां दोनों प्रयोग में ला रहे हैं एंकल लैंथ और उनसे ऊपर की लैंथ वाली।
स्नीपर्स और स्पोर्टस शूज
फ्लोटर्स, कोल्हापुरी चप्पल, जूतियां, और स्पोर्टस शूज वगैरह में तमाम स्टाइल दोनों को ध्यान में रखकर तैयार किए जा रहे हैं।
ब्रेसलेट्स और बैंड्स
हाथों में पहनने वाले चैड़े बैंड्स आजकल दोनों में पापुलर हैं और ब्रेसलेटस भी दोनों जेंडर्स में पापुलर हैं।
स्कार्फ और मफलर
लड़कियां अक्सर स्कार्फ स्कूटर, बाइक पर जाते समय बालों को सुरक्षित रखने की दृष्टि से सिर पर बांधती हैं या सर्दियों के मौसम में कानों की ठंडी हवा से बचाने के लिए। वहीं लड़के भी सर्दियों में गले को ठंड से बचाने के लिए मफलर का प्रयोग करते हैं और जीन जैकेट के साथ स्कार्फ को भी गले में पहने रखते हैं।
टैटू
आधुनिक समय का हॉट टेंªड है शरीर पर टैटू बनवाना। लड़के लड़कियां आज के समय में बाजू पर टैटू बनवाना, गर्दन के पीछे या नाभि के पास टैटू बनवाने की होड़ में लगे रहते हैं। कई लोग तो परमानेंट टैटू भी बनवाते हैं।
टी शर्टस
टी शर्टस यूनिसेक्स में पहनने का टेªंड नया नहीं है। यह तब से है जबसे लड़कियों ने जींस और ट्राउजर पहनने शुरू किये थे। आज मार्केट में बहुत बड़ी रेंज ऐसी टी शर्टस की हैं जिन्हें दोनों वर्ग आराम से पहन सकते हैं।
सनग्लासेस
सनग्लासेस एक्सेसरी आइटम हैं जो दोनों जैंडर्स की खास पसंद हैं।
शॉर्ट कुर्तियां
शॉर्ट कुर्तियां जींस पर पहनने का टेंªड पिछले पांच छः साल से काफी प्रचलित है, विशेषकर श्लोक वाली कुर्तियां दोनों जेंडर्स में काफी पॉपुलर हैं। कालेज बाय्ज और गर्ल्स की यह खास पसंद हैं।
रिस्ट वॉचेज
आजकल लड़कियां भी लड़कों की तरह चैड़ी और स्पोर्टी घडि़यों की शौकीन हैं। मार्केट में विविध स्टाइल की घडि़यां उपलब्ध हैं जिन्हें कोई भी खरीद कर पहन सकता है। बस जो स्लीक घडि़यां हैं वो लड़के पहनना पसंद नहीं करते।
पियर्सिंग
वैसे कान छिदवाना लड़कियों का ही शौक रहा है पर अब लड़के भी कान, नाभि, आईब्रोज, चिन वगैरह को छिदवाने लगे हैं। दोनों जेंडर्स को पियर्सिंग का दीवाना आज के युग में देखा जाने लगा है।
नेक पीसेज
लड़के भी लड़कियों की तरह गले में बड़ा लॉकेट काले धागे या पतली चेन में पहने देखे जाने लगे हैं। यह सब शौक कॉलेज बाय्ज में अधिक होते हैं।
थंब रिंग्स
थंब रिंग्स पहनना पहले पुरूषों ने प्रारंभ किया था पर अब लड़कियां भी शौक से थब रिंग पहनने लगी हैं।
छोटी बालियां
पहले समय में कानों में बालियां राजा महाराजा या साहूकार पहनते थे या किसी के घर बहुत लड़कियों के बाद लड़का होता था तो उसके कानों में बालियां डाली जाती थी पर अब यह टेªंड यूनिसेक्स फैशन का फंडा है।
ईयर रिंग्स
बालियों के अलावा बहुत छोटी ईयर रिंग्स भी आजकल बहुत पापुॅलर हैं, विशेषकर एक डायमंड वाले। फर्क इतना है बालियां या ईयर रिंग लड़के एक कान में पहनकर अपना स्टाइल बनाते हैं और लड़कियां दोनों कानों में।
वॉलेट्स
लड़कियां हैंड बैग्स में अब वालेट्स छोटे आकार का रखने लगी हैं जिनमें काडर््स और पैसे दोनों रखती हैं। पहले वालेट्स बस लड़कों के पास ही होते थे पर अब वॉलेट्स का प्रयोग दोनों बखूबी करते हैं।
हेयर बैंड
पिछले कुछ समय से लड़के भी अपने बाल बढ़ाने लगे हैं। बड़े बालों को संभालने के लिए वे बालों पर हेयर बैंड का प्रयोग करते हैं ताकि बाल आंखों को परेशान न करें। इसी प्रकार पीछे पोनी भी बनाते हैं जिनमें रबड़ बैंड का प्रयोग करते हैं।
(उर्वशी)