रांची/ फिलहाल झारखंड का तो मौसम साफ हो चुका है लेकिन पहाड़ पर हो रही बर्फबारी के कारण अभी कुछ दिनों तक कनकनी बनी रहेगी। सर्द हवा चलेगी और रात में तापमान नीचे तक फिसल सकता है। पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानी इलाकों में कहीं-कहीं बारिश ने पूरे उत्तर भारत की फिजा बदल कर रख दी है।
अगले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश में शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी। झारखंड में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। इधर कुछ दिनों तक बिहार में बादल छाए रहेंगे। बृहस्पतिवार को भी हिमाचल प्रदेश के कई इलाके में बर्फबारी जारी है। पूरा प्रदेश सर्दी की भयंकार मार झेल रहा है। राजधानी शिमला में बीते दिन बहुत बर्फबारी हुई मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक, प्रदेश में 27 से 30 जनवरी तक मौसम के साफ रहने की उम्मीद है।
इधर पंजाब में इस बार कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सर्दी के कारण लुधियाना में घना कोहरा छाया हुआ है। कोहरे की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि जो चार दिनों से यहां बहुत ठंड पड रही है जिसकी वजह से बहुत कोहरा हो रहा है। ठंड के चलते कोई काम भी नहीं मिल रहा है।
केन्द्रीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, अरुणाचल प्रदेश में आज हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हो सकती है। सिक्किम और शेष पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों में छिटपुट हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में भी हल्की बारिश और बर्फबारी की संभवना है।
आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने बताया कि दिल्ली में इस महीने 11 दिन अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया है, जो 2015 में ऐसे दिनों की संख्या के बराबर है। 2003 में ऐसा 18 बार हुआ था. जनवरी के दूसरे सप्ताह से अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहा है. अधिकतम सामान्य के पास या उससे अधिक रहा।
झारखंड का फिलहाल मौसम साफ हो गया है। बीते तीन दिनों से झारखंड के कई जिलों में बारिश हो रही थी। रांची सहित कई जिलों में आकाश में बादल होने के कारण सूरज नहीं उग रहा था। जमीन पर भी अप्रत्याशित तरीके से कोहरे छाए हुए थे। बीते 26 जनवरी को भी मौसम साफ नहीं हो पाया था और कोहरे थे। आकाश में बादल भी छाए हुए थे।
रांची मौसम विज्ञान केन्द्र की ओर से जारी सूचना में बताया गया है कि अब कुछ दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा। सुबह-शाम घने कोहड़े होंगे और रात को कनकनी रहेगी। दिन में ठंडी तेज हवा चलेगी। मौसम में शुष्कता के कारण सांस की बीमारी वालों को परेशानी हो सकती है।