वामपंथ/ हाथरस की धार्मिक सभा में भगदड़ से सवा सौ मौतें और संवेदनहीन सामाजिक-राजनीतिक व्यवस्था

डॉ. सुखदेव विगत 2 जुलाई 2024 को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हाथरस के मुगलगड़ी गाँव में एक बड़ी धार्मिक सभा होती है। इस दिन अचानक

भारतीय कानून प्रणाली में नए बदलाव की सकारात्मकता को समझिए

हसन जमालपुरी भारतीय कानून प्रणाली में सुधार का संघर्ष निरंतर चल रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य समाज के सभी वर्गों को न्याय पहुंचाना और कानूनी

बिहार की शिक्षा व्यवस्था में संवेदनहीनता से उपजे कई सवाल

अंबुज कुमार यदि भारत के जलवायु भूगोल का सामान्य अध्ययन भी किया जाए तो यह स्पष्ट होता है कि मार्च-अप्रैल से लेकर मई- जून तक

पर्यावरण/ उत्तरी भारत में बाढ़ से भारी नुकसान : प्राकृतिक नहीं, पूँजीवादी व्यवस्था की नाकामी का नतीजा

लखविंदर सिंह उत्तरी भारत में मानसून की भारी बारिश के कारण पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कई इलाके बाढ़ का शिकार हुए हैं। हरियाणा के

लोकतांत्रिक व्यवस्था का हमासीकरण भारतीय जनतंत्र के लिए घातक 

गौतम चौधरी  अभी हाल ही में केरल के अंदर एक ऐसी घटना घटी जिसकी प्रतिध्वनि दूर तक सुनाई दी और पूरा देश सन्न रह गया।

वामपंथ/ महाराष्ट्र की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलती नांदेड़ अस्पताल की घटना

पुष्पिंदर ‘‘18अब मैं अपनी पत्नी नगमा को क्या जवाब दूँगा, वह यह सुनकर टूट जाएगी, मेरे बच्चे की मौत की जिम्मेदार सरकार है।” ये शब्द

व्यापार सुलभ बनाने के लिए व्यवस्था को और प्रभावशाली बनाना होगा : भगवंत मान

चंडीगढ़/ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने किसानों को उपज के लाभदायक मूल्य और लोगों को सस्ते मूल्य पर मानक वस्तुओं की सप्लाई के

देश में चाहिए एक जैसी व्यवस्था, UCC का विरोध राजनीतिक

गौतम चौधरी इन दिनों समान नागरिक संहिता, यानी यूनिफार्म सिविल कोड पर बहस छिड़ी हुई है। इस बहस को को अल्पसंख्यकों, खासकर मुसलमानों पर केन्द्रित

व्यवस्था को दूषित करती बाबाओं की धूर्तता

के. विक्रम राव संतजन ईश्वर के रत्न होते हैं, बताया था दो सदियों पूर्व लंदन में पादरी मैथ्यू हैनरी ने मगर इसे अधिक स्पष्ट बताया

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