नयी दिल्ली/रांची/पटना/ दिल्ली-एनसीआर समेत आसपास के मैदानी इलाकों में आज भी गर्मी बरकरार है। मौसम विभाग की मानें तो अभी रजाई-कंबल निकालने की कोई जरूरत नहीं है। मसलन, ठंड के लिए कुछ और इंतजार करना होगा। हालांकि पहाड़ी इलाकों में ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम के जानकारों का अनुमान है कि आने वाले कुछ दिनों यानी कि 15 नवंबर के बाद से देशभर के कई राज्यों में ठंड अपना असर दिखाएगा।
दिवाली और छठ दोनों ही बीत गई लेकिन अभी तक दिल्ली ही नहीं पूरे उत्तर भारत के लोगों को सर्दियों का इंतजार है। भले ही पहाड़ी इलाकों में ठंड पड़ रही हो लेकिन मैदानी इलाके अभी भी गर्मी जारी है। हालांकि तापमान में हल्की गिरावट तो आई है लेकिन ठंड महसूस नहीं हो पा रही है। मौसम विभाग का कहना है कि अभी कुछ दिन दिल्ली में दिन की शुरुआत धुंध से होगी। वैसे लखनउ, पटना, रांची आदि कुछ राज्य की राजधानियों में भी कुछ इसी प्रकार का मौसम हो रहा है।
उत्तर प्रदेश-बिहार में इन दिनों एक जैसा मौसम बना हुआ है। सुबह के वक्त कुछ शहरों में हल्का कोहरा देखने को मिलता है लेकिन कुछ घंटे बाद मौसम साफ हो जाता है। उत्तर प्रदेश और बिहार में शाम को ठंडी हवाएं चल रही हैं। जिससे लोगों को हल्की-हल्की सिहरन महसूस हो रही है। हालांकि अभी रजाई-कंबल निकालने वाले दिन नहीं आए हैं। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले पांच दिनों तक तापमान में कुछ खास बदलाव नहीं होगा। हालांकि नवंबर के आखिरी सप्ताह में यूपी-बिहार में कोहरा बढ़ने की उम्मीद है।
राजस्थान के पश्चिमी मैदानों में सर्दी की ठंडक का असर अभी महसूस नहीं हो रहा है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में धीरे-धीरे सर्दी का आगमन हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, इस साल अच्छी बारिश के बावजूद, पछुआ हवाओं और प्रशांत महासागर में अल नीनो की कमजोर गतिविधियों के कारण सर्दी की शुरुआत में देरी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि नवंबर के दूसरे पखवाड़े से प्रदेश में सर्दी का प्रकोप बढ़ सकता है।
रांची स्थित मौसम विभाग के दिशा-निर्देश में बताया गया है कि अभी फिलहाल एक सप्ताह तक मौसम साफ रहेगा और चमदार धूप निकलेगी। एक दिन बीच कर सुबह की सुरुआत कोहरे से संभव है। मौसम विभाग ने चेतावनी में कहा है कि रांची और आसपास के वातावरण में प्रदूषण का स्तर बेहद बढ़ा हुआ है। शुष्कता के कारण सांस की बीमारी वाले व्यक्ति को परेशानी हो सकती है। इसलिए वे बाहर निकलने से फिलहाल परहेज करें।