पटना/रांची/दिल्ली/शिमला/ तमिलनाडु में इस वक्त मानसून सक्रिय है, जिसकी वजह से यहां के कई जिलों और आस-पास के राज्यों में भारी बारिश की आशंका है। मौसम विभाग ने 13 नवंबर तक तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भारी बारिश की आशंका जताई थी। इस आशंका को बल मिला है और इन क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है। भारी बारिश की चेतावनी के बाद चेन्नई समेत कई जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए थे।
बता दें कि इस महीने के प्रारंभ में भी तमिलनाडु में भारी बारिश हुई थी। चेन्नई में जितनी इस दौरान बरसात हुई थी उतनी तो पूरे 72 साल में तीसरी बार हुई थी। भारी बारिश की वजह से तमिलनाडु में तीन लोगों की मौत भी हो गई थी। इधर एक बार फिर से मौसम विभाग ने चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, चंगलपेट, वेलूर, रानीपेट, तिरुपत्तूर और तिरुवण्णमल्लै में बरसात की आशंका को व्यक्त किया है।
मौसम विभाग का कहना है कि श्रीलंका तट के पास एक लो प्रेशर एरिया बन जाने के कारण दक्षिण के राज्यों में भारी बारिश की आशंका बनी हुई है। तमिलनाडु के अलावे कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और केरल में भी बरसात की संभावना व्यक्त की गयी है।
जहां साउथ के राज्यों का ये हाल है, वहीं दिल्ली में आज बारिश के आसार दिखे। भारतीय मौसम विभाग सूचना के अनुसार जम्मू, लद्दाख, कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के उपरी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है तो निचले भाग में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। जिससे तापमान में गिरावट आएगी और इसका असर मैदानी इलाकों पर पड़ेगा। हिमाचल, उत्तराखंड और कश्मीर में पहले से ही बर्फबारी हो रही है। जिसके कारण मैदानी इलाकों में तापमान गिरावट देखी जा रही है, कुल मिलाकर कई राज्यों में मौसम बदलने वाला है।
तो वहीं मौसम की जानकारी देने वाली निजी कंपनी स्काईमेट ने कहा है कि आज से लेकर अगले तीन दिनों तक तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, असम में भारी बारिश हो सकती है। तो वही दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में भी हल्की बारिश का अंदेशा है, जबकि पहाड़ों पर बर्फ गिर सकती है।
मौसम में आए एकाएक बदलाव का असर बहुत जल्द दिखेगा और दिल्ली समेत उत्तर भारत में इस हफ्ते 10 डिग्री सेल्सियस तक तापकान में गिरावट दर्ज की जाएगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में इस हफ्ते से सर्दियां बढेंगी। आईएमडी के मुताबिक इस हफ्ते तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। दिल्ली की ओर हने वाली ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं के साथ, दिल्ली का न्यूनतम तापमान पिछले चार दिनों में चार डिग्री से अधिक गिर गया है, जो शनिवार को 10 डिग्री के निशान तक पहुंच गया है। इस हफ्ते दिल्ली के आसपास इलाकों में पारा 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
रविवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस था। शनिवार को भी यह 12.6 डिग्री सेल्सियस था, जबकि शुक्रवार को यह 14.6 डिग्री और गुरुवार को 16.8 डिग्री था। आईएमडी के वैज्ञानिक आरके जेनामनी ने कहा कि तापमान में अचानक गिरावट पश्चिमी विक्षोभ (डब्ल्यूडी) के कारण है। पश्चिमी विक्षोभ 11 नवंबर को दिल्ली एनसीआर के इलाकों से चला गया, जिससे ठंडी हवाएं एक बार फिर से बहने लगी हैं।
आईएमडी के वैज्ञानिक आरके जेनामनी ने कहा, हवा की दिशा उससे पहले दक्षिण-पूर्वी थी और न्यूनतम 17 डिग्री के आसपास मंडरा रहा था। हम आम तौर पर न्यूनतम तापमान में वृद्धि देखते हैं जब एक डब्ल्यूडी एक क्षेत्र बनता है। डब्ल्यूडी के बाद कई स्थानों पर बर्फबारी देखी गई। एक बार उत्तर-पश्चिमी हवाएं उस दिशा से चलती हैं, तो यह तदनुसार तापमान को प्रभावित करने के लिए बाध्य है।
आईएमडी के वैज्ञानिक आरके जेनामनी ने कहा, जबकि अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान थोड़ा बढ़ सकता है और इस हफ्ते 10 डिग्री सेल्सियस पारा गिरेगा।श्श् उन्होंने कहा कि सोमवार को, हवा की दिशा कुछ समय के लिए पूर्व की ओर हो सकती है, जिससे थोड़ी बढ़ोतरी गो सकती है। लेकिन अगले सात दिनों में हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम की ओर रहेगी। उसके कारण, न्यूनतम धीरे-धीरे और कम हो जाएगा।
पल-पल बदलते मौसम ने जहां लोगों को हैरान-परेशान कर रखा है, वहीं दूसरी ओर पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी ने फिजां में रूमानियत घोल दी है। हिमाचल और कश्मीर में जमकर स्नोफॉल हुआ है, जिससे तापमान में कमी आई है और सर्दी बढ़ गई है लेकिन स्नो-फॉल देखकर सैलानी काफी खुश हो गए हैं। चारों ओर बर्फ की ढंकी पहाड़ियों ने लोगों को अंदर एक ताजगी भर दी है, जिसे शब्दों में बयां कर पाना काफी मुश्किल है। हालांकि कुछ जगहों पर बर्फबारी के कारण आवाजाही भी बाधित हुई है। शिमला, कुल्लू, चंबा, सोलन में कुछ जगहों पर आने-जाने में कुछ दिक्कत हो रही है।
हालांकि मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए हिमाचल के मंडी, कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, चंबा, सोलन, सिरमौर, लाहुल स्पीति, किन्नौर, ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर के यलो अलर्ट जारी किया है और कहा है कि मंगलवार तक यहां पर बारिश और बर्फबारी हो सकती है। तो वहीं सोलन और सिरमौर में आंधी चलने और बिजली गिरने के भी आसार हैं, इसलिए लोगों को घर से बिना जरूरत बाहर निकलने मना किया गया है। विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण यहां पर बर्फबारी हो रही है।
जहां हिमाचल का ये हाल है वहीं दूसरी ओर कश्मीर के कुपवाड़ा में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। कुदरत के इस खूबसूरत नजारे को देखने के लिए देश के कोने-कोने से लोग यहां पर आते हैं। धरती की ये जन्नत पूरी तरह से इस वक्त चांदी जैसी बर्फ से सजी हुई है। मौसम विभाग ने कहा है कि बर्फबारी की दौर यूं ही जारी रहेगा। अगले दो-तीन दिन मौसम का यही हाल रहने वाला है। मौसम विभाग ने यहां पर भी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
इधर पूर्वी भारत के मौसम में भी लगातार बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। रांची स्थित भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के केन्द्र निदेशक अभिषेक आनंद ने बताया कि उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी का प्रभाव झारखंड और बिहार पर पड़ रहा है। पूर्वी भारत में पश्चिम से आने वाली हवा का असर साफ दिख रहा है। उन्होंने बताया कि उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के कारण निचले इलाके में बारिश हुई है तो उपर के क्षेत्रों में लगातार बर्फबारी हो रही है। इससे झारखंड की राजधानी रांची सहित प्रदेश के कई शहरों का न्यूनतम तापमान गिरा है। डलटनगंग मे ंतो न्यूनतम तापमान 9.9 डिग्री सें. रिकार्ड किया गया है। रांची के न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई है। यहां 11.9 डिग्री सें. रिकार्ड किया गया है। मौसम के पूर्वानुमान में बताया गया है कि अभी आने वाले पांच दिनों तक बारिश नहीं होगी और मौसम साफ रहेगा। सुबह शाम कोहरा दिखेगा। 15 और 16 नवंबर को न्यूनतम तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी होगी लेकिन 18 नवंबर से न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान में गिरावट के संकेत मिल रहे हैं। मौसम विभाग की चेतावनी में बताया गया है कि झारखंड के पश्चिमोत्तर और बिहार के दक्षिण-पश्चिम भाग में शीतलहर की स्थिति बन सकती है।