नई दिल्ली/ कांग्रेस नेता कीर्ति झा आजाद और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर मंगलवार को दिल्ली में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में टीएमसी में शामिल हो गए। इससे पहले जनता दल यूनाइटेड के पूर्व महासचिव पवन वर्मा भी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो चुके हैं। वर्मा ने इस बात की घोषणा पहले ही कर दी थी। बता दें कि ममता बनर्जी इस समय अपने दिल्ली दौरे पर हैं और अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगी हुई हैं। इसी क्रम में इन तीनों नेताओं ने अपनी पार्टी से इतर टीएमसी में शामिल हुए।
कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद, पार्टी की हरियाणा इकाई के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर तथा जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व महासचिव पवन वर्मा ने संयुक्त रूप से तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की थी और उन्होंने टीएमसी का दामन थाम लिया।
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद ये तीनों नेता पार्टी का दामन थामने की बात कही थी।
ममता बनर्जी अभी दिल्ली आई हुई हैं। वह दिल्ली आने पर हमेशा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करती हैं। हालांकि तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने संकेत दिया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री इस बार शायद सोनिया गांधी से ना मिलें।
कीर्ति आजाद 1983 की क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम के सदस्य थे। दिसंबर 2015 में दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ में कथित अनियमितताओं तथा भ्रष्टाचार को लेकर तत्कालीन केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को खुले तौर पर निशाना बनाने के लिए उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निलंबित कर दिया गया था। वह 2018 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
आजाद, बिहार की दरभंगा संसदीय सीट से तीन बार लोकसभा के लिए चुने गए। 2014 में उन्होंने भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले टिकट वितरण में पैसे के लेनदेन का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्हें कांग्रेस से अलग होना पड़ा। कांग्रेस छोड़ने के बाद इस साल फरवरी में उन्होंने अपनी पार्टी ‘‘अपना भारत मोर्चा’’ बनाई।
वह हरियाणा की सिरसा लोकसभा सीट से सांसद भी रह चुके हैं और किसी समय राहुल गांधी के करीबी माने जाते थे। सूत्रों का कहना है कि तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद तंवर को हरियाणा में पार्टी के नेतृत्व की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
जद (यू) के पूर्व महासचिव पवन वर्मा भी तृणमूल कांग्रेस में शामिल होंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पूर्व सलाहकार तथा राज्यसभा के पूर्व सदस्य, वर्मा को 2020 में राज्य में सत्तारूढ़ जद (यू) से निष्कासित कर दिया गया था।