रांची/ झारखंड की एक अग्रणी गैर सरकारी संस्था संसदीय अध्ययन एवं शोध केन्द्र के तत्वावधान में आज परमवीर अल्बर्ट एक्का विद्यालय, नामकुम में वृक्षारोपण का कार्यक्रम किया गया। इस मौके पर संस्था के सचिव अयोध्या नाथ मिश्र ने कहा कि हमारी संस्कृति का आधार ही प्रकृति है। यदि प्रकृति की पूजा भारतीय संस्कृति से हटा दी जाए तो इसमें कुछ भी नहीं बचता है।
मिश्र ने कहा कि प्रकृति के संरक्षकों को सरकार के खिलाफ प्रताड़ित किया जा रहा है, जबकि प्रकृति का ह्रास करने वालों का सरकार संरक्षण कर रही है। उन्होंने बताया कि लौह अयस्क के उत्खनन के लिए लाखों की संख्या में बहुमूल्य पेड़ काट दिए गए। अंधाधुंध पेड़ों की कटाई जारी है। इससे हमारी सभ्यता पर खतरों के बादल मंडराने लगे हैं।
कार्यक्रम के दौरान अवकाश-प्राप्त शिक्षक यशवंत विजय ने कहा कि वर्तमान दौर पारिस्थितिक संकट का दौर है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी ने हमें यह सोचने के लिए बाध्य कर दिया है कि आक्सीजन की कमी हमारी मानव जाति के लिए खतरा पैदा कर रहा है। यही तभी बचेगी जब हम पेड़ लगाएंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाचार्य शेखर कुमार झा ने किया जबकि कार्यक्रम का संचालन नवीन कुमार झा ने की। कार्यक्रम के अंत में गणित के अवकाश-प्राप्त शिक्षक, शोध संस्थान के संयुक्त सचिव अमरनाथ झा ने आगत अतिथि के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आज का दिन हमारे लिए सफल दिन है। हम प्रकृति के संरक्षण का व्रत लें और प्रकृति के साथ ही साथ अपनी संस्कृति की भी रक्षा करें।
मंगलवार के कार्यक्रम में संस्था के सचिव अयोध्या नाथ मिश्र ने कहा कि संस्था के द्वारा ऐसे कार्यक्रम चार चरणों में संपन्न किया जाएगा। आज इसका प्रथम चरण पूरा हुआ है। अगला चरण बरियातू के विद्यालय में संपन्न होगा।
कार्यक्रम में लहरि मैथिली मीडिया के संयोजक किशोर मालवीय, संतोष कीरो आदि कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।