चंडीगढ़/ नशों की सप्लाई को ‘पुआइंट आफ सेल’ ( मौका- ए- फऱोख़्त) पर ही रोकने के लिए पंजाब पुलिस ने बुधवार को लगातार चौथे दिन भी नशों के विरुद्ध अपनी कार्यवाही जारी रखी और राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में नशों के 10-10 हॉटस्पॉट्स पर बड़े स्तर पर छापेमारी की।
यह आपरेशन डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों पर सूबे भर में एक ही समय 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चलाया गया। स्पैशल डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर अर्पित शुक्ला, जो इस राज्य स्तरीय कार्यवाही की निजी तौर पर निगरानी कर रहे थे, ने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा बारीकी से आंकड़ों के विश्लेषण के बाद तैयार की गई ड्रग हॉटस्पॉट्स सूची राज्य के सभी ज़िला पुलिस मुखियों को सौंपी गई थी।
उन्होंने कहा कि सीपीज़/एसएसपीज़ को कहा गया था कि वह निजी तौर पर इस बड़े आपरेशन की निगरानी करें और 10 प्रमुख ड्रग हॉटस्पॉट्स की पहचान करके अपने-अपने सम्बन्धित जिलों में नशा बिक्री वाले स्थानों या ऐसे कुछ क्षेत्र, जो नशा तस्करों के लिए पनाहगाह/सुरक्षित ठिकाने बन गए हैं, का पता लगाकर आपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए योजना बनाएं जिससे नशा तस्करों पर नकेल कसी जा सके।
उन्होंने कहा कि एस. पी. रैंक के अधिकारी की निगरानी में पुलिस टीमों को ऐसे संदिग्ध इलाकों की घेराबन्दी करने और तलाशी लेने के लिए भेजा गया था। उन्होंने कहा कि आपरेशन दौरान पुलिस ने संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी ली और पुलिस फोर्स द्वारा खोजी कुत्तों की मदद से घरों की भी पूरी तलाशी ली गई।
स्पैशल डीजीपी ने बताया कि 2500 से अधिक पुलिस कर्मियों की संख्या वाली 250 से अधिक पुलिस टीमों ने 280 ड्रग हॉटस्पॉट्स की घेराबन्दी करके तलाशी ली। उन्होंने बताया कि इस कार्यवाही दौरान पुलिस ने 31 एफआईआर दर्ज कीं और 43 व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया।
ज़िक्रयोग्य है कि बड़े स्तर पर ऐसे आपरेशन न सिर्फ़ समाज विरोधी तत्वों में ख़ौफ़ पैदा करने में मदद करते हैं, बल्कि लोगों का भरोसा जीतने और क्षेत्र में पुलिस की मौजुदगी को भी बढ़ाते हैं।