Uniting Working Class भारतीय इतिहास में ऐसे प्रचण्ड तूफानी व्यक्तित्व बहुत कम हैं। बहुत छोटी उम्र में घर परिवार से निकल पड़ना, फिर महन्त बने,
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इन दिनों हॉलीवुड में खूब धूम मचा रही हैं अवंतिका वंदनापू
सुभाष शिरढोनकर भारतीय-अमरीकी एक्ट्रेस अवंतिका वंदनापू, इन दिनों हॉलीवुड फिल्म ‘मीन गर्ल्स’ (2024) को लेकर सुर्खियों में हैं। इसके साथ ही वह अमेजॅन प्राइम सीरीज
भारतीय अल्पसंख्यकों के हितों को CAA में रखा गया है पूरा ख्याल
गौतम चौधरी भारतीय नागरिकता (संशोधन) कानून पर 5 साल पहले ही मुहर लग गई थी। हालांकि, यह अब तक लागू नहीं हो पाया था। इसे
उत्तराखंड भाजपा के लिए गले की फांस बनती जा रही है UCC
जयसिंह रावत उत्तराखण्ड की धामी सरकार द्वारा खास कर लोकसभा चुनाव को लेकर तैयार की गयी समान नागरिक संहिता (यूसीसी) स्वयं भारतीय जनता पार्टी के
इतिहास के आईने में बिहार और तिरहुत : सुगांव डायनेस्टी और विद्यापति
संजय ठाकुर पूर्वी चम्पारण जिला के सुगौली प्रखंड के सुगांव को दिल्ली के बादशाह गयासुद्दीन तुगलक (1320से1324) के कालखण्ड में तिरहुत की राजधानी होने का
कानूनी सख्ती के बावजूद क्यों पनप रही है बाल-तस्करी
ललित गर्ग देश की राजधानी दिल्ली में तमाम जांच एजेंसियों की नाक के नीचे नवजात बच्चों की खरीद-फरोश्त की मंडी चल रही थी जहां दूधमुंहे
मनोरंजन उद्योग/ बॉलीवुड डेब्यू के लिए तैयार हैं उर्फी जावेद
सुभाष शिरढोनकर ‘बिग बॉस ओटीटी सीजन 1’ (2021) में नजर आ चुकीं उर्फी जावेद अपने यूनिक फैशन सेंस और सोशल मीडिया प्रेजेंस के लिए जानी जाती
رٹیکل 371 کے دائرہ کار سے باہر ہےسی اے اے، آسام میں بنگلہ دیشی ہندوؤں کی آبادی کی کثافت میں اضافہ کا تصور غلط
آگوتم چودھری شہریت ترمیمی قانون کے بارے میں کہا جا رہا ہے کہ یہ سب سے زیادہ غلط اور متعصبانہ قانون ہے۔ اس کی وجہ
गैर सरकारी संगठन (NGO) और क्रूर पूंजीवाद के गठजोड़ को समझना चाहिए
जेम्स पेत्रास एवं हेनरी वेल्तमेयर पूरे इतिहास में, मुट्ठीभर अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व करने वाले शासक वर्ग अपनी सत्ता, मुनाफे और विशेषाधिकारों की हिफाजत के लिए
चुनाव में बेअसर हुए देश की 25 हजार उपजातियों के ‘मान्जन’
डॉ. नर्मदेश्वर प्रसाद चौधरी सियासत जातियों के इर्द-गिर्द घूमती रहती है। इसके महत्वपूर्ण माध्यम बिहार में श्मांजनश् तो दूसरे राज्यों में जातियों के मुखिया या