नई दिल्ली/ अफगानिस्तान पर काबिज तालिबान पत्रकारों और उनके परिवारों को लगातार निशाना बना रहा है। ताजा मामला जर्मन न्यूज चैनल डीडब्लू से जुड़े एक अफगानी पत्रकार का है। इस पत्रकार को काबुल में घर-घर जाकर तलाश रहे तालिबान ने बौखलाहट में पत्रकार के परिवार के एक सदस्य की हत्या कर दी और दूसरे को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया है। पत्रकार के परिवार के बाकी लोग पिछले महीने किसी तरह बच निकले थे।
डीडब्लू के डायरेक्टर जनरल पीटर लिमबर्ग का कहना है कि तालिबान की क्रूरता से पता चलता है कि अफगानिस्तान में हमारे कर्मचारी और उनके परिवार कितना खतरा महसूस कर रहे हैं। यह साफ हो गया है कि तालिबान पहले से ही काबुल और दूसरे शहरों में पत्रकारों को तलाश कर उन्हें निशाना बना रहा है।
लिमबर्ग का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों में तालिबान ने डीडब्लू के कम से कम तीन पत्रकारों के घरों पर छापेमारी की है। आशंका है कि तालिबान ने निजी चैनल घरगाश्त टीवी के नेमातुल्ला हेमत का अपहरण कर लिया है। सरकारी अधिकारियों के मुताबिक तालिबान ने पिछले दिनों पक्तिया घाग रेडियो के प्रमुख तूफान उमर की भी हत्या कर दी थी।
तालिबान ने जर्मनी के डाई जीट अखबार से जुड़े ट्रांसलेटर अमदादुल्लाह हमदर्द की भी 2 अगस्त को जलालाबाद में गोली मारकर हत्या कर दी थी। वहीं भारत के पुलित्जर अवॉर्डी फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की मौत भी तालिबान की गोलियां लगने से हुई थी।