23 मई को ही चीन ने तिब्बत पर किया था कब्जा, आइए जानते हैं आज का इतिहास

नयी दिल्ली/  साल के 365 दिन इतिहास में किसी न किसी घटना के साथ दर्ज हैं। साल के पांचवें महीने का 23वां दिन तिब्बत पर

भारतीय साम्यवादी आन्दोलन का वैचारिक संकट

राघव शरण शर्मा   भाग 03 ऑक्सफोर्ड रिटर्न होने पर भी बंगाल की धरती पर ज्योति बसु ने आंदोलनों का नेतृत्व किया। बसु, संयुक्त मोर्चे की

भारतीय साम्यवादी आन्दोलन का वैचारिक संकट

भाग-02 राघव शरण शर्मा नक्सल आंदोलन का वैचारिक संकट भारत में पूरे वामपंथ का वैचारिक संकट बन गया है। ऐसा क्यों हो गया है? इसकी

भारत में साम्यवादी आन्दोलन का वैचारिक संकट

भाग : 01 राघव शरण शर्मा नक्सल आंदोलन का वैचारिक संकट भारत में पूरे वामपंथ का वैचारिक संकट बन गया है। ऐसा क्यों हो गया

भारत की आजादी में मौलाना उबैदुल्लाह सिंधी की भूमिका

स्वातंत्र समर में मुस्लिम नायक, भाग-3 इफ्तेखार अहमद 1857 ईस्वी की प्रथम स्वतंत्रता के पश्चात हिंदुस्तान पूरी तरह से अंग्रेजों के कब्जे में आ गया

भारत के पहले प्रधानमंत्री मौलाना बरकतुल्लाह भोपाली को आप जानते हैं?

इफ्तेखार अहमद आज आजादी की लड़ाई में मुसलमानों की हिस्सेदारी की दूसरी कड़ी में मौलाना बरकतुल्लाह भोपाली की चर्चा करेंगे। मौलाना बरकतुल्लाह भोपाली को पहली

जंग-ए-आजादी के महान रणनीतिकार मौलवी मोहम्मद जाफर  थानेसरी

स्वातंत्र समर में मुस्लिम नायक भाग-1 इफ्तेखार अहमद मौलवी मोहम्मद जाफर थानेसरी महान स्वतंत्रता सैनानी थे। आजादी के परवाने मौलवी जाफर थानेसरी का जन्म 1837

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